bhartiya arthvyavastha: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) के विश्व आर्थिक आउटलुक डेटाबेस के अनुसार, भारत अगले मात्र पांच वर्षों में ही संयुक्त राज्य अमेरिका और चाइना के बाद तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा।

आईएमएफ निदेशक ने बताया कि दक्षिण एशियाई देश भारत जर्मनी और जापान को उम्मीद से दो वर्ष पूर्व ही पछाड़ देगा। यह पूरी तरह संभव है, क्योंकि जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्थाए सिमट रहीं हैं।
हम सब जानते हैं कि भारत ने इस साल ही कभी ताकतवर रहे उपनेवेशिक शक्ति ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया और विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए। यह बात भी आईएनएफ के विश्व आर्थिक आउटलुक डेटाबेस में बताई गई। भारत ने यूके को वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में पीछे छोड़ा था।
आईएमएफ (IMF) के द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 2022 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 2,466 डॉलर थी, जबकि 2027 में यह बढ़कर 3,652 डॉलर हो चुकी होगी।
पश्चिमी देशों व जापान में खतरनाक मुद्रास्फीति देखने को मिल रही है, जबकि भारत में भी मुद्रास्फीति अधिक है, लेकिन चालू खाता घाटा कम है, इसके ओर अधिक कम होने की संभावना है।
आईएमएफ ने बताया, भारत का वर्तमान विदेशी मुद्रा भंडार 550 अरब डॉलर के साथ अच्छी स्तिथि में है, जबकी भारत के पड़ोसी देश विदेशी मुद्रा भंडार को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
आईएमएफ के आंकड़ों के अनुसार, भारत विश्व का एक अकेला देश होगा, जिसकी विकास दर 5% से अधिक होगी। 2022 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद घटकर 6.8 प्रतिशत कर दिया, जो जुलाई में 7.4 प्रतिशत और जनवरी में 8.2 प्रतिशत था। जबकि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच भारत की विकास दर 8.7 फीसदी रही थी