चीन शांतिप्रिय भारत अशांति पैदा कर रहा, राहुल गांधी का भारत विरोधी प्रोपेगैंडा, खुलकर सामने आया,

राहुल गांधी इन दिनों इंग्लैंड की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए अपने भाषण के लिए सुर्खियों में हैं। उन्होंने वहां जिस तरह का भाषण दिया। वह हर भारतीय को शर्मशार और भारत को दुनिया भर में बदनाम करने के उद्देश्य से प्रेरित लगता है। राहुल गांधी ने चीन, भारतीय अल्पसंख्यक, पुलवामा आतंकवादी हमला और लोकतंत्र पर अपने दूषित विचार रखे। जिनका वास्तव में सच्चाई से कोई नाता ही नहीं है, जिस तरह से एक भारत विरोधी व्यक्ती सोच रखता है, वैसी ही सोच राहुल गांधी की मितली जुलती दिख रही है। आइए जानते हैं कि राहुल गांधी ने कोन कोन सी भारत विरोधी और चीन हितैषी बातें कीं।

1. चीन की जमकर तारीफ

राहुल ने झूठ का सहारा लेते हुए कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में चीन की ढेर सारी प्रशंसा की, उन्होंने चीन के विषय में कहा कि चीन एक सद्भावना में विश्वास रखता है। उन्होंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की भी खुलकर प्रशंसा की और कहा कि चीन में लोगों को पर कंट्रोल रखा जाता है। लेकिन वो चीन के लिए जरूरी है। जबकि इसके उलट को भारत में ऐसा बिल्कुल नहीं चाहतें। चाहें भारत में मुंबई जैसे हजारों आतंकी हमले क्यों न हों। यहां पर राहुल गांधी कहते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है।

2. पुलवामा आतंकी हमला नहीं

कांग्रेस के तथाकथित जवान नेता ने इंग्लैंड में सारी हदें लांघ दीं और अपनी विफलता की खुन्नस भारतीय सेना पर निकाली। उन्होंने पुलवामा हमले को सिर्फ़ कार ब्लास्ट कहकर संबोधित किया और कहा कि वह एक तथाकथित आतंकी हमला था। जबकि पाकिस्तानी नेता खुले तौर पर स्वीकार कर रहे थे कि हमने पुलवामा तक घुसकर मारा। पुलवामा आतंकी हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए थे।

3. लोकतंत्र पर राहुल की बचकानी बातें

राहुल गांधी का कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण भारतीय फोबिया से संबंधित था, वो जो कुछ बोले उसमें सिर्फ निगेटिव सोच का प्रभाव था। तभी तो उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी के इमरजेंसी के समय को भूलकर भारतीय लोकतंत्र को कोसने लगे। उन्होंने कहा कि भारत की मोदी सरकार कोर्ट, मीडिया और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्ज़ा कर रखा है।

4. अल्पसंख्यकों पर हमले

कांग्रेस का पुराना तुष्टीकरण वाला प्रेत फिर इंग्लैंड में जाग उठा, राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में कहा कि भारत में   अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे, उन्हें मारा जा रहा है। लेकिन उन्होंने कट्टरता और इस्लामी आतंकवाद पर कुछ नहीं कहा। पाकिस्तान, जहां आएं दिन हिंदू लड़कियों को जिहादी मुस्लिम उठा ले जातें हैं और उनका धर्मांतरण कराकर शादी कर लेते हैं। इसके अलावा, पाकिस्तानी आतंकवाद पर राहुल गांधी के मुंह से कुछ नहीं निकला।

यह निश्चित है कि राहुल गांधी एक विफल नेता हैं और वो इसकी खुन्नस भारत से निकालना चाहतें हैं ,जो व्यक्ती चुनाव में अपने विरोधी को नही हरा पा रहा है। तो वह भारत विरोध का एजेंडा विदेशों में फैला रहा।