जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन || How Much powerful James Web Telescope

नासा ने समय को देखने वाली टेलीस्कोप को अंतरिक्ष (Space Telescope) में लॉन्च किया, जो दुनिया के इतिहास में सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है। इस तरह की शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीनों को अक्सर टाइम मशीन (Time Machine) भी कहा जाता है। क्योंकि ये बहुत दूर की वस्तुओं को देखने की क्षमता रखती हैं।

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credit NASA

जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन (JamesWeb SpaceTelescope)

जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन (JWST) को भारतीय समयानुसार शनिवार शाम करीब 6 बजे, मानव सभ्यता के इतिहास में सबसे बड़ा और शक्तिशाली टेलीस्कोप, दक्षिण अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट पर फ्रेंच गुयाना (French Guana) से यूरोपीय एरियन 5 रॉकेट (वीए256) से लॉन्च किया गया। यह वहीं रॉकेट हैं, जिससे भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो अपने भारी भरकम उपग्रहों को अंतरिक्ष में लॉन्च करवाया करती है।

नामनेक्स्ट जनरेशन स्पेस टेलीस्कोप (NGST; 1996–2002)
मिशन प्रकारखगोल
ऑपरेटरएसटीएससीआई ( नासा ) / ईएसए / सीएसए
वेबसाइटआधिकारिक वेबसाइट
मिशन अवधि7 महीने, 16 दिन (बीता हुआ)
5+2 साल ( प्राथमिक मिशन)
 10 साल (योजनाबद्ध)
20 साल (अपेक्षित जीवन) 

जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन का बजट

इस दूरबीन की लागत छोटे देशों की कुल जीडीपी के बराबर हो सकती है। इसी कारण से इसे अमेरिका, यूरोपीय संघ और कनाडा ने मिलकर बनाया है। इसको बनाने में कुल 10 अरब डॉलर की भारी भरकम रकम खर्च हुईं है।जबकि हब्बल अंतरिक्ष टेलीस्कोप को बनाने में 11.3 अरब डॉलर (1 लाख करोड़ भारतीय रुपए) का खर्च आया था। हालाकि अभी जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन को अंतरिक्ष में सही स्थान तक पहुंचने में लगभग 1 महीना लगेगा और वहां पहुंचने के बाद, यह एक जटिल प्रक्रिया से गुजरेगी। 

अंतरिक्ष यान गुण
उत्पादकनॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन
बॉल एयरोस्पेस
एल3 हैरिस 
लॉन्च मास6,161.4 किग्रा (13,584 पौंड)
आयाम20.197 मीटर × 14.162 मीटर (66.26 फीट × 46.46 फीट), सनशील्ड
शक्ति2 किलोवाट

जेम्स वेब को धरती से करीब 1 मिलियन दूर, L 2 बिंदु पर स्थापित किया जायेगा। यह धरती और सूर्य के बीच के पांच लैग्रेंज बिंदुओं में से एक बिंदु है। जहां धरती और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण बल एक दूसरे को खत्म कर देते हैं।

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हब्बल से कार्य में भिन्न्न जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन

हम सब जानते हैं कि हब्बल अंतरिक्ष टेलीस्कोप 1970 के दशक में नासा के द्वारा बनाई गई है, जिसको अमेरिका ने अपने सहयोगी यूरोपीय संघ के साथ मिलकर बनाया था और 1990 में  अंतरिक्ष में लॉन्च किया था। जिसने 570 किमी ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए, मानव सभ्यता को प्रारंभिक ब्रह्मांड के बारे में जानकारी दी और ग्रहों, सितारों और आकाशगंगाओं के निर्माण व विनाश के के बारे में बताया है और हमारे ब्रह्मांड के तारों और  आकाशगंगाओं की सुंदर सुन्दर  तस्वीरें भी ली हैं।

मिशन की शुरुआत
प्रक्षेपण की तारीख25 दिसंबर 2021 , 12:20 यूटीसी
राकेटएरियन 5 ईसीए ( VA256 )
लॉन्च साइटकेंद्र स्थानिक गुयानाइस , ईएलए-3
ठेकेदारएरियनस्पेस
सेवा में प्रवेश किया12 जुलाई 2022

लेकिन नई JWST दूरबीन हब्बल दूरबीन से भी अधिक शक्तिशाली है। क्योंकि इसके इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रम में  देखने की क्षमता अधिक है, जो इसे ब्रह्मांड में अधिक गहराई तक देखने में मदद करेगा और गैस बादलों जैसे अवरोधों के आर पार देखने की क्षमता देता है। जबकि हब्बल को नासा ने विद्युतचुंबकीय स्पेक्ट्रम के पराबैंगनी और दृश्य क्षेत्रों में ही देखने के लिए डिज़ाइन किया था। लेकिन जेम्स वेब अंतरिक्ष टेलीस्कोप मुख्य रूप से इन्फ्रारेड अंतरिक्ष टेलीस्कोप है। 

मुख्य दूरबीन
टाइपकोर्श टेलिस्कोप
व्यास6.5 मीटर (21 फीट)
फोकल लम्बाई131.4 मीटर (431 फीट)
फोकल अनुपातएफ/ 20.2
संग्रहण क्षेत्र25.4 एम 2 (273 वर्ग फुट) 
तरंगदैर्ध्य0.6–28.3 माइक्रोन ( नारंगी से मध्य अवरक्त )

इस टेलीस्कोप का इन्फ्रारेड कैमरा दूर स्थित खगोलीय पिंडों की तस्वीरें लेगा और इसमें लगा स्पेक्ट्रोमीटर विश्लेषण के लिए आने वाली इन्फ्रारेड लाइट को अलग-अलग रंगों में तोड़ देगा। जिससे वैज्ञानिकों को ऐसी जानकारी मिलने की उम्मीद है, जो ब्रह्मांड के बारे में मानव जाति की समझ में बड़े पैमाने पर बदलाव लाए और ब्रह्मांड की उत्पत्ति के विषय में  कभी न खत्म होने वाले प्रश्नों के उत्तर दे सकेगी।

जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन की बनावट

इसको बेहद खास डिजाइन में बनाया गया है। इस अंतरिक्ष टेलीस्कोप में एक बड़ा दर्पण लगा हुआ है, जो लगभग 21 फीट व्यास का है। इस दर्पण की ऊंचाई एक आम दो मंजिला इमारत के समान है। इस दर्पण का प्रमुख उद्देश्य  अनन्त ब्रह्मांड से आने वाली इन्फ्रा-रेड प्रकाश को पकड़ने का है। इसके अलावा इसे एक टेनिस कोर्ट के आकार के पतंग रूपी सुरक्षा घेरा बनाया गया है, जो दूरबीन को सूर्य की खतरनाक गर्मी और विकिरण से रक्षा करेगा। क्योंकि दूरबीन को अत्यंत ठंडे तापमान में संचालित होने के लिए बनाया गया है। सूर्य की ओर से 110 डिग्री सेल्सियस तापमान आ सकता है। लेकिन दूरबीन की दूसरी तरफ -200 डिग्री से -230 तापमान होना चाहिए।

इसके अतिरिक्त दर्पण पर 60 ग्राम सोने से एक परत चढ़ाई गई है। जो अवरक्त प्रकाश (इन्फ्रारेड लाइट) का उच्च परावर्तन करता है। क्योंकि सोना अन्य धातुओं की तुलना में 99% इन्फ्रारेड लाइट का परावर्तन करता है।

जेम्स वेब दूरबीन का नामकरण

नासा ने अपनी नई टेलीस्कोप का नाम नासा के दुसरे प्रशासक जेम्स वेब के नाम पर रखा है। वह 14 फरवरी, 1961 से 7 अक्टूबर, 1968 तक नासा के सेकंड प्रशासक रहे थे। इन्होंने अमेरीकी राष्ट्रपति जॉन कैनेडी से लेकर जॉनसन के शासन काल में काम किया था।  इन्होंने अपोलो मिशन के क्रू का निरीक्षण किया था। जिस कारण से अमेरिका चांद पर सफलतपूर्वक पहुंच सका। 

हब्बल व जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन

हब्बल अंतरिक्ष टेलीस्कोप को 1999 में नासा द्वारा लॉन्च किया गया था और इसका जीवन काल 31 वर्ष निश्चित किया गया था। जिसको नासा 2030 से 2040 तक सेवा मुक्त करने वाली है। इस दूरबीन का वजन 12200 किलोग्राम था और दर्पण का आकार 2.4 मीटर था। इसके अलावा परिचालन तापमान 20 डिग्री सेल्सियस था। 

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Credit NASA

दूसरी तरफ जेम्स वेब टेलीस्कोप को 2021 में लॉन्च किया गया है। जिसका जीवन काल हब्बल दूरबीन से 2 गुना कम (10 वर्ष) होगा।  इसका भार 6200 किलोग्राम है, जोकि हब्बल दूरबीन से आधा है और इसके दर्पण का आकार 6.5 मीटर है। इसका परिचालन तापमान माइनस 230 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।

भारत की टेलीस्कोप

भारत ने एस्ट्रोसैट नाम से अपना पहला समर्पित मल्टी-वेवलेंथ स्पेस टेलीस्कोप अंतरिक्ष में लॉन्च किया था। इसरो ने इसे 28 सितंबर 2015 को पीएसएलवी-एक्सएल के द्वारा लॉन्च किया गया था। यह बेहद सफल उपग्रह रहा था। जिसके कारण इसरो ने एस्ट्रोसैट -2 को भी लॉन्च करने का प्रस्ताव भारत सरकार को दिया है।

अंतरिक्ष यान गुण
अंतरिक्ष यानएस्ट्रोसैट
लॉन्च मास1,513 किलो (3,336 पौंड)
मिशन की शुरुआत
प्रक्षेपण की तारीख28 सितंबर, 2015 [1] [2]
राकेटपीएसएलवी-सी30
लॉन्च साइटसतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र का पहला लॉन्च पैड
ठेकेदारइसरो
How Much powerful James Web Telescope

जेम्स वेब टेलीस्कोप किस नाम से प्रसिद्द है?

टाइम मशीन

JWST की फूल फॉर्म क्या है?

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप

जेम्स वेब टेलीस्कोप अभी कहां है?

यह अभी धरती से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है। जेम्स वेब टेलीस्कोप लैंगरेज बिंदु या L2 बिंदू पर है।

जेम्स वेब टेलीस्कोप कितनी दूर देख पाएगा?

13.6 अरब प्रकाश वर्ष

जेम्स वेब टेलीस्कोप चित्र कैसे भेजता है?

एक उच्च-आवृति रेडियो ट्रांसमीटर

जेम्स वेब हब्बल टेलीस्कोप से कितना शक्तिशाली है?

100 गुना शक्तिशाली

जेम्स वेब टेलीस्कोप में दर्पण कितना बड़ा है?

21 फिट

जेम्स वेब टेलीस्कोप की आयु कितनी है?

10 वर्ष