हाईलाइट :
- विश्व जीडीपी 2022 में कुल 102 ट्रिलियन डॉलर हो गई।
- 2037 में विश्व जीडीप 206 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़ों को पार करेगी।
- चीन अमेरिकी अर्थव्यवस्था से 2036 में पीछे कर पायेगा।
- ताइवान पर हमला चीन के लिए प्राण घातक साबित होगा।
- भारत 2028 में जर्मनी और 2032 में जापान को पीछे छोड़ देगा।
- भारत 2035 में $10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बन जायेगा।
CEBR Report 2023 : अमेरिका सहित विश्व के प्रमुख देशों की इकोनॉमी के लिए वर्ष 2022 कुछ खास नहीं रहा है। इन सभी देशों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अगली साल आने वाली है। क्योंकि वर्ष 2022 की भांति वर्ष 2023 भी कुछ खास बीतने वाला नहीं होगा।

प्रमुख वैश्विक संस्थान सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) ने इस प्रमुख मसले पर अपनी एक रिपोर्ट विश्व के सामने रखी है।
2023 में दुनिया मंदी में
CEBR Report 2023 के अनुसार, जिस तरह से देशों के केंद्रीय बैंक अपनी ब्याज दरों को बढ़ाकर महंगाई पर काबू करने की कोशिश कर रहे हैं, इससे सिर्फ़ दुनिया मंदी की ओर अग्रसर होगी। हम जानते हैं कि 2022 में विश्व की इकोनॉमी 100 ट्रिलियन डॉलर की बन गई है। लेकिन इसकी रफ्तार 2023 में रूक सकती है। इस बात पर अपना प्रकाश ब्रिटिश कंसलटेंसी फर्म CEBR ने अपनी World Economic League Table में कही है।
दुनिया की इकोनॉमी संकुचित होगी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार, अगले वर्ष 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर सुकड़ेगी, आईएमएफ ने दुनिया को अक्टूबर में साफ तौर पर बताया था कि ” वर्ष 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 25% तक सिकुड़ सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्था अगले साल 2 % से नीचे विकास दर कर पायेगी, जो कि सीधे तौर पर आर्थिक मंदी का परिणाम होगा। लेकिन CEBR Report 2023 में इससे भी बुरे हालातों की भविष्यवाणी की है।
2037 में जीडीपी में यूरोप पांचवे स्थान पर होगा
CEBR Report 2023 के अनुसार, वर्ष 2037 में वैश्विक अर्थव्यवस्था दोगुनी हो जायेगी। जिसमें विकासशील देशों की GDP अमीर देशों के समान होगी। एक तरफ़ यूरोप का ग्लोबल आउटपुट पांचवें स्थान से नीचे खिसक जायेगा। इसके अलावा इसमें पूर्वी एशिया और प्रशांत महासागर का ग्लोवल आउटपुट एक तिहाई से अधिक होगी।
चीन नहीं बन पायेगा वैश्विक आर्थिक शक्ति
पिछली विश्व बैंक और दूसरे वैश्विक संस्थानों ने भविष्यवाणी की थी कि चीन अमेरिका को 2028 से 2030 तक पीछे छोड़ कर विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन जायेगा। लेकिन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड वॉर और कोविड 19 ने चीन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वर्तमान समय में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अकुशलता और ज़ीरो कोविड पॉलिसी है।
CEBR की पिछली रिर्पोट में चीन अमेरिका को 2028 में ओवर टेक देगा। लेकिन चीन को अंदर से अनेकों परेशानियां ने घेर लिया। CEBR Report 2023 के अनुसार, चीन अब 2036 में ही यूएस को वैश्विक आर्थिक शक्ति के मामले में पछाड़ सकता है।
लेकिनअगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो दूसरे देशों के आर्थिक प्रतिबंधों के कारण चीन कभी भी अमेरिका को पीछे नहीं कर सकता।
भारत 10 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला देश
वर्ष 2035 हर भारतीय के लिए ख़ास होगा। क्योंकि भारत आर्थिक शक्ति में अमेरिका, चीन के बाद आर्थिक शक्ति बन जायेगा। CEBR Report 2023 के अनुसार, भारत 2035 तक $10 ट्रिलियन डॉलर वाला देश होगा। इसके अलावा भारत 2032 तक ही जापान को पीछे छोड़ कर तीसरे स्थान पर आ जाएगा।
भारत के अलावा, इंडोनेशिया 2037 तक विश्व की 11वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा। रूस यूक्रेन पर हमला करने के कारण, रूसी अर्थव्यवस्था 9वें पायदान से खिसक कर 14वे पायदान पर पहुंच जायेगी।