जब से यूक्रेन ने रूसी Moskva battleship पर हमला कर डुबोया है। उससे रूस में हताशा बिल्कुल स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं। क्योंकि Moskva battleship रूस का कोई छोटा मोटा जंगी जहाज नहीं था और दुनिया में 1942 के विश्व युद्ध के बाद कोई भी जंगी जहाज हमला कर डुबोया नहीं गया। खासकर रूसी जंगी जहाज को। क्योंकि रूस के अधिकतर जंगी जहाज 1942 में ही बर्बाद हुए थे। तब से आज तक कोई भी रूसी जंगी जहाज हमले में तबाह नही हुआ।
मोस्कवा जंगी जहाज क्यों खास?
Moskva battleship, रूसी नौसेना का एक प्रमुख क्रूजर जंगी जहाज था। इस जंगी जहाज को प्रोजेक्ट 1164 अटलांट वर्ग के समूह का था। इसका नाम रूस की राजधानी मॉस्को के नाम पर रखा गया था। तभी तो रूस इसके डूबने से क्रोधित है और कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। रूस की पीढ़ा तब ज्यादा बढ़ जाती है। जब यूक्रेनी शान से कहते हैं कि उन्होंने मॉस्को को समूद्र में डूबो दिया।
दिलचस्प बात यह है कि इसको यूक्रेन की 61 Kommunara Shipbuilding Plant (SY 445), Mykolaiv, Ukrainian Soviet Socialist Republic ने बनाया था और उसी ने इसे समूद्र की गोद में सदा के लिए सुला दिया। इस जंगी जहाज का निर्माण कार्य सन 1976 में सोवियत संघ के समय में शुरू हुआ था। इसको अधिकारिक तौर पर 1979 में लॉन्च कर दिया गया था। इसकी सोवियत संघ की नौसेना में कमीशन 30 जनवरी 1983 को हुई। आपको बताते चलें कि रूस ने इसे एक बार सितंबर 1990 में सेवामुक्त कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2000 में इसे एक बार पुनः सेवा में ले लिया गया।
इस क्रूज़र जंगी जहाज का नाम 16 मई 1996 को औपचारिक रूप से नाम बदलकर मोस्कवा कर दिया गया। इससे पहले इसका नाम Slavic था और स्लाव दिसंबर 1990 में मरम्मत के लिए mykolive लौट आया था। जहां इसकी 1998 के अंत तक मरम्मत का कार्य चला।
मोस्कवा की ताकत क्या थी?
Moskva battleship रूस का 12,490 टन वजनी क्रूज़र जंगी जहाज था। जिसकी लंबाई 186.4 मीटर (611 फीट 7 इंच) थी। इसके अलावा इसकी बीम 20.8 मीटर (68 ft 3 in) की थी। ड्राउट करीब 8.4 मीटर (27 फीट 7 इंच) का था। इसको चलाने के लिए 90,000 (2 शाफ्ट 121,000 shp) किलो वॉट की चार गैस टर्बाइन फिट थी। मोस्कवा 32 समुद्री मील की गति से चलता था। अर्थात यह 59 किमी/घंटा (37 मील प्रति घंटे)की चाल से चलता था।
रेंज
Moskva battleship की रेंज 10,000 नॉप्टिकल मील तक थी। किलोमीटर मील के हिसाब से यह 19,000 km और 12,000 मील तक मार कर सकता था।
मोस्कवा कहां डूबा
Moskva battleship 14 अप्रैल, 2022 को यूक्रेन के समुद्री तटीय शहर ओडेसा से 100 किमी दूर काला सागर में डूब गया। जब यह समुद्र में डूब गया तो यूक्रेन ने दावा किया कि उसने अपनी दो आर-360 नेपच्यून एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों से हमला कर मोस्कवा को डूबो दिया। इसकी अमेरीकी रक्षा विभाग ने संस्तुति की।
लेकिन रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि Moskva battleship में आग लग गई थी। जिससे जंगी जहाज में रखे विस्फोटक में आग लग गई। रूस ने अपने छतिग्रस्त जंगी जहाज को सेवस्तोपोल की ओर ले जाने का प्रयास किया।लेकिन वो वहां पहुंचने से पहले ही काला सागर में डूब गया।
Baltic countries lithuania के रक्षा मंत्री अरविदास अनुसौस्कस ने 14 अप्रैल को बताया था कि इसी दिन Moskva battleship से एक संकट संकेत आया था। जिसके बाद एक तुर्की जहाज ने सुबह 2 बजे तक जंगी जहाज से 54 कर्मियों को ही बचा सका था। क्योंकि वह 3 बजे तक काला सागर में डूब गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, जंगी जहाज में रूस की नौसेना के 485 चालक दल थे। जिनमें कुल 66 बोर्ड अधिकारी भी शामिल थे। इसमें मोस्कावा का कमांडर भी मारा गया।
Moskva battleship के डूब जानें से रूस को एक बड़ी आर्थिक क्षति पहुंची है। क्योंकि इसके बदले में एक नया क्रूज़र बनाने के लिए रूस को 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करने होंगे।
रूस ने अपने Moskva battleship के डूबने का बदला neptune anti ship missile की फैक्ट्री को बर्बाद कर लिया। 15 अप्रैल को, रूस ने यूक्रेन के कीव में मिसाइल फैक्ट्री लुच डिज़ाइन ब्यूरो के खिलाफ मिसाइल से हमला किया और उसने नेपच्यून मिसाइल निर्माण और डिजाइन सुविधा को तबाह कर दिया।