2050 में टॉप 10 अर्थव्यवस्थाएं और बदलता विश्व शक्ति का ध्रुव।। World Affairs gk facts in hindi

20वी सदी में दो महाशक्तियां (Two Superpower) थी। जिनमें एक अमेरिका के नेतृत्व में यूरोप और रूस के नेतृत्व में यूएसएसआर (USSR) था। लेकिन 21वी सदी की शुरुआत में शक्तियों के ध्रुव बदलने लगे जो पश्चिम से पूर्व की ओर आ गए। जिसमें चीन और भारत दो महाशक्तियां का उदय हो गया। जिससे यूरोप (Europe) का महत्व कम होता जा रहा है। यूरोप अब एक बूढ़ी शक्ति बन कर रह गया। जिसमें लड़ने की शक्ति अब कतई नहीं बची। 

साथ मे ही अब यह देश धीरे धीरे अर्थव्यवस्था (Economy) के आधार पर भी दुसरे देशों से पिछड़े जा रहे हैं। 2050 तक यूरोप के बहुत से देश टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओ से बाहर हो जायेंगे। ऐसी ही टॉप 10 अर्थव्यवस्थाए  2050 में होगी।

1.चीन

चीन वर्तमान में अर्थव्यवस्था के मामले में अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर है। चीन की वर्तमान 2021 में नॉमिनल जीडीपी $16.64 trillion dollars है। जबकि क्रय शक्ति समता  के आधार पर $26.66 trillion dollar के साथ पहले स्थान पर है। 

2050 में चीन की अर्थव्यवस्था 58.498 ट्रिलियन डॉलर के साथ पहले स्थान पर होगी।  चीन ने वामपंथी शासन में खूब विकास किया लेकिन यह कम्युनिस्ट शासन दूसरे लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले देशों के लिए बहुत घातक साबित हुआ। क्यों कि आज चीन गरीब देशों को अपने कर्ज के जाल में फंसाकर अपने चंगुल में ला रहा है। आप इस तथ्य से अनुमान लगा सकते हो कि 50 लाख करोड़ रुपए का कर्ज अमेरीक की नेतृत्व वाली विश्व बैंक ने दूसरे गरीब देशों को दिया जबकि चीन ने इसका चार गुना करीब 200 लाख करोड़ रुपए कर्ज भिभिन्न देशों को दिया। श्री लंका और पाकिस्तान आज चीन के कर्ज के जाल में इतनी बुरी तरह से फंस चुके हैं कि श्री लंका को आज अपना बंदरगाह चीन को 99 वर्षों के लिए लीज पर देना पड़ा। जबकि आज पूरा का पूरा पाकिस्तान चीन के कब्जे में है। ये ऐसा ही है जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी आती व्यापार के लिए, लेकिन शासन करने लगती है।

2. भारत

भारत वर्तमान समय में दुनिया की 6वी अर्थव्यवस्था है जो नॉमिनल अर्थव्यवस्था के आधार पर 3.05 ट्रिलियन डॉलर है और क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर 10.2 ट्रिलियन  डॉलर है।2050 में भारत की अर्थव्यवस्था चीन के बाद दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी, जो 44.128 ट्रिलियन डॉलर की होगी। वैसे तो भारत और चीन साथ साथ ही आजाद हुए। लेकिन चीन ने 1980 के दशक में अपनी अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाया। जिससे उसने तीव्र गति से विकास किया। आज चीन अमरीका को पीछे छोड़ने के मुहाने पर आ पहुंचा है। 

3. अमेरीका

अब यहां सबसे रोचक तथ्य यह है कि अमेरिका जो अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में नंबर 1 पायदान पर है। वो 2050 तक तीसरे नंबर पर खिसक जायेगा। जिसकी 2050 में नॉमिनल अर्थव्यवस्था  34.102 ट्रिलियन डॉलर होगी। जबकि वर्तमान में अमरीकी अर्थव्यवस्था करीब 21 ट्रिलियन डॉलर की है। 

अमेरिका 1950 के बाद धीरे धीरे दुनिया की फैक्ट्री बनता गया और उसने तकनीक के दम पर दुनिया को अपना लोहा मनवा आया। आज दुनिया के टॉप 10 अमीर लोगों में आधे से ज्यादा अमरीकी ही है और उसकी बड़ी बड़ी तकनीकी कंपनियों ने पूरे विश्व पर एक तरह से कब्जा कर रखा है।

4. इंडोनेशिया

दुनिया की अर्थव्यवस्थाओ में इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था 10.502 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर होगी। वर्तमान समय में इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था 1.119 ट्रिलियन डॉलर है जो अभी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओ में 15 वा स्थान रखती है। इंडोनेशिया इकलौता 2050 में  ऐसा मुस्लिम देश होगा जो दुनिया की टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओ में शामिल होगा।

5. ब्राजील

ब्राजील एकमात्र लैटिन अमेरिकी देश जिसकी अर्थव्यवस्था 2050 में टॉप 10 अर्थव्यवस्थाओ में शामिल होगी। 2050 में ब्राजील की नॉमिनल अर्थव्यवस्था 7.540 ट्रिलियन डॉलर होगी। जबकि वर्तमान में ब्राजीलियन अर्थव्यवस्था (GDP) 1..363 ट्रिलियन यूएस डॉलर है और पीपीपी के आधार पर $3.078 ट्रिलियन डॉलर (PPP, 2020) है।

ब्राजील लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा और अमीर देश है। जिसके हिस्से में अमेजन जंगल का 58% भाग आता है। कोविड 19 महामारी के दौर में ब्राजील पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।  एक ओर उसको वैक्सीन नहीं मिल पा रही जिससे उसके देश के लोग मर रहे हैं और दूसरी तरफ उसकी अर्थव्यवस्था कोविड 19 के कारण नष्ट हुई जा रही है।

6. रूस

छठे स्थान पर 2050 में अर्थव्यवस्था के मामले में रूस होगा। जिसकी 2050 में नॉमिनल अर्थव्यवस्था 7.134 ट्रिलियन डॉलर होगी। वर्तमान समय में रूस की नॉमिनल अर्थव्यवस्था  दुनिया में 11वे स्थान के साथ $1.710 trillion (2021)  है। जबकि क्रय शक्ति समता के आधार पर $4.328 trillion (PPP, 2021 ) है।  हम सब जानते हैं कि रूस एक हथियार निर्यातक देश है। जिस कारण रूस 2050 में छठे स्थान पर काबिज हो जायेगा।

7. मैक्सिको

मैक्सिको 2050 में अर्थव्यवस्था के हिसाब से दुनिया का नौवां देश होगा। जिसकी 2050 में नॉमिनल अर्थव्यवस्था 6.863 ट्रिलियन डॉलर होगी। जिसकी 2020 में नॉमिनल अर्थव्यवस्था 1,040.37 billion dollars (American dollar) थी।

मैक्सिको विश्व में ड्रग्स और ड्रग माफियाओ के लिए विश्व प्रसिद्ध है। जहां सिर्फ ड्रग माफियाओ और ड्रग तस्करों का बोलबाला है। मैक्सिको अमेरिका की सरहद से सटा देश है जिसके हजारों नागरिक अमेरिका में अवैध रूप से घुसकर शरणार्थी शिविरों में जीवन जी रहे हैं।

8. जापान

प्राइस वाटर हाउस कूपर्स की रिपोर्ट के अनुसार  जापान 2050 में अर्थव्यवस्था के मामले में 8 वे नंबर पर होगा। जिसकी तब नॉमिनल अर्थव्यवस्था 6.779 ट्रिलियन डॉलर होगी। अभी वर्तमान समय में जापान नॉमिनल अर्थव्यवस्था $5.38 trillion (nominal, 2021)  के साथ 3 नंबर पर मौजूद है। जबकि क्रय शक्ति समता के अनुसार $5.59 trillion (PPP, 2021)  है। जापान 2nd विश्व युद्ध में पूरी तरह से बर्बाद हो गया था। लेकिन जापान और वहां की लोगों की मेहनत से आज वह एक विकसित देश बन गया। जबकि 1947 में भारत और जापान की हालत एक जैसी थी। भारत को ब्रिटेन आजादी मिली थी और जापान 2nd विश्व युद्ध में एक हारा हुआ देश था। भारत आज भी संघर्ष कर रहा है और जापान भारत से कहीं आगे निकल गया। 

9. जर्मनी

जर्मनी जिसका शासक हिटलर हुआ था जिसने दूसरे विश्व युद्ध का आगाज किया था। 2050 में प्राइस वाटर हाउस कूपर्स की रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी की नॉमिनल अर्थव्यवस्था  6.138 ट्रिलियन डॉलर होगी। जो कि अभी वर्तमान में $4.3 trillion (nominal; 2021 est.) के साथ 4 th पायदान पर मौजूद है और  क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर $4.7 trillion (PPP; 2021) है। 

जर्मनी एक ऐसा देश है जो अनेकों बार युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं से बर्बाद हुआ है लेकिन तकनीक के दम पर जर्मनी बार बार उठ खड़ा हुआ है।  पहले व दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी पूरी तरह से बर्बाद हो गया था। लेकिन जर्मनी ने कभी हार नहीं मानी। आज जर्मनी यूरोप का सबसे अमीर देश है।

10. ब्रिटेन

ब्रिटेन जिसने पूरी दुनिया पर एक जमाने में राज किया था। जिसके साम्राज्य में कभी दीपक नहीं बुझता था। आज वर्तमान में वह एक कमजोर शक्ति बन कर रह गया। उसकी 2050 में अर्थव्यवस्था प्राइस वाटर हाउस कूपर्स की रिपोर्ट के अनुसार 5.536 ट्रिलियन डॉलर होगी। जो कि 2020 के आंकड़ों के अनुसार $2.64 trillion (nominal; 2020 est.) है जब कि क्रय शक्ति समता $2.98 trillion (PPP; 2020) है।